विश्वविद्यालय पत्र संख्या 2589/06-07 के अन्तर्गत महाविद्यालय प्रवेश पाने वाले सभी छात्र/छात्राओं को अपने द्वारा चयनित विषयों में 75% उपस्थित रहता अनिवार्य है। उपस्थिति कम होने पर परीक्षा से वंचित हो सकते हैं ।
1. सभी छात्र/छात्रा को प्रत्येक दशा में कार्य दिवस में महाविद्यालय आना आवश्यक है ।
2.अनुपस्थित होने की दशा में अगले कार्यदिवस पर प्रार्थना पत्र, जिसमें कारण उल्लेखित हो एवं जिस अभिभावक के हस्ताक्षर होने के साथ आने पर ही कक्षा में उपस्थिति दर्ज की जायेगी ।
3.किसी भी छात्र/छात्रा को नियमित छात्र के रूप में विश्वविद्यालय को किसी परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति तभी दी जायेगी जबकि दिये गये व्याख्यानों एवं प्रयोगात्मक कार्यो में उनकी उपस्थिति 75% होगी।
4. महाविद्यालय में आयोजित होने वाले प्रत्येक राष्ट्रीय पर्व, महापुरूषों की जयन्ती एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सभी छात्र/छात्राओं की सहभागिता उपस्थिति के समान मानी जायेगी।
5. कक्षा या प्रयोगशाला की उपस्थिति में कमी होने पर प्रत्येक दशा में अधिक से अधिक 15% की छूट विशेष कारणों को ध्यान में रखते हुए दी जा सकती है। कारण निम्नलिखित हो सकते है।
(क) बीमारी
(ख) खेलकूद प्रतियोगिता
6. छात्र की बीमारी की दशा में अस्वस्थता के 7 दिनों के भीतर रोग तथा अनुमानित अवकाश का उल्लेख करते हुए प्राचार्य को सूचित करना होगा और पुनः ठीक होने पर इस आशय का मान्य चिकित्सा अधिकारी का प्रमाण पत्र जमा करना होगा ।
7. यह उत्तरदायित्व छात्र का होगा कि वह अपनी उपस्थिति सम्बन्धी जानकारी समय-समय पर प्राप्त करता रहे।
1. सभी विद्यार्थियों को महाविद्यालय का शुल्क एकमुश्त जमा करना होगा ।
2. महाराजा सुहेल देव राज्य विश्वविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय परीक्षा एवं नामांकन शुल्क परीक्षा फार्म जमा करते समय अनिवार्य रूप से देय होगा ।
3. पर्यावरण शुल्क 300.00/- रूपये अतिरिक्त देय होगा।